15 Simple Ways to Take Care of Your Fish and Aquarium (मच्छलियों और मच्छलीघर की देखभाल के लिए 15 आसान तरीके) 



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हेलो दोस्तों मच्छलियाँ पालना किसे पसंद नहीं ये प्यारी कुछ शरारती और कभी न रुकने वाले जीव होते है। इन्हे देखने भर से दिन की थकान जैसे कहीं गायब सी हो जाती है। इन्ही नन्ही और प्यारी मच्छलियों के लिए हमारा फर्ज बनता है की हम इनका और इनके घर (मच्छलीघर) की देखभाल करें।

इनकी देखभाल करना बहुत सरल है आप कुछ आसान से तरिकों से मच्छली और मच्छलीघर को स्वस्थ व् साफ़ रख सकते है। तो चलिए जानते है उन तरीकों को... 

1. मच्छलीघर का चयन :- 

मच्छली लेने से पहले आपको उसके रहने का इंतजाम करना पड़ेगा उसके लिए आपको विभिन्न प्रकार के मच्छलीघर बाज़ार में मिल जायेगें,
परन्तु एक टैंक लेने से पहले आपको उसे चेक करना चाहिए। हमेशा ध्यान दें की टैंक कहीं से टुटा हुआ न हो या फिर टैंक के कोने लीक न करे। ऐसा होने से आपकी मच्छलियाँ का उस घर में रहना मुश्किल हो सकता है।  

मच्छलीघर लेने से पहले उसके आकर का ध्यान रखें यदि आपके पास एक या दो छोटी मच्छलियाँ है तो आप छोटा जार ले सकते है और इसके विपरीत आप ज्यादा बड़ी या बहुत सी मच्छलियाँ लेते है तो आपको बड़ा वाला टैंक लेना पड़ेगा वरना मच्छलियाँ छोटे टैंक में उन्हें कठिनाइयां हो सकती है। 



2. मच्छली का चयन :- 

अपने घर में मच्छली लेन से पहले आपको यह निश्चित कर लेना चाहिए कि आप कौन सी प्रजाति की मच्छली लेना चाहते है, इसका सबसे बड़ा कारण मच्छलियों से जुड़ा है कई तरह की मच्छलियाँ साथ-साथ रखना मतलब बिल्ली-चूहे को साथ रखने की तरह है, क्यूंकि ये मच्छलियाँ दूसरी मच्छली को हानि पहुंचा सकती है। इसलिए हमेशा दूकानदार जहाँ से आप मच्छली ले रहे हो उनकी परामर्श पर ही कोई मच्छली लें। 

आपको नमकीन पानी और मीठे पानी की मच्छलियों का ध्यान रखना पड़ेगा क्यूंकि नमकीन पानी वाली मच्छली मीठे और मीठे पानी वाली मच्छली नमकीन पानी में नहीं रह सकती।  

अगर आप एक प्रजाति की मच्छली ही लेना चाहते है तो इसमें कोई दो राय नहीं की आप ऐसा कर सकते है परन्तु अलग प्रजाति लेने से पहले एक बार जरूर परामर्श ले लें।

इसके साथ-साथ अधिक संख्या में भी मच्छलियाँ न रखें, छोटी मच्छलियाँ कुछ हद तक अधिक संख्या में रख सकते है। अधिक संख्या में मच्छलियाँ रखने से उनका टैंक में रहना मुश्किल हो सकता है। 


3. मच्छलीघर का पानी :-

मच्छलीघर पानी में डालने से पहले कुछ बातें ध्यान में रखें जैसे :-
  • नल का पानी इस्तेमाल न करें इसमे क्लोरीन मिला हो सकता है जिससे मच्छलियाँ मर भी सकती है। इसलिए हमेशा क्लोरीन मुक्त पानी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा जब आप पानी लाएं तो पानी में Anti Chlorine की 4-5 बुँदे दाल लें। 
  • पानी लेने के बाद इसे 3 - 4 दिनों तक रहने दें जिससे पानी में वे सभी बेक्टीरिया पनप सके जो की आगे चलकर मच्छलीयों का आहार बन सके। 
  • पानी हमेशा पंप की सहायता से डालें, अगर आपके पास पंप नहीं है तो पानी थोड़ा - थोड़ा कर के डालें। 
  • टैंक को हमेशा इसके ढक्क्न से ढक के रखें। ऐसा करने से मच्छली बाहर छलांग नहीं लगा सकती। 
  • अगर कोई मच्छली मर जाये तो उसे जल्द से जल्द निकाल दें अन्यथा अन्य मच्छलियाँ भी रोगग्रस्त हो सकती है। 
  • टैंक साफ़ करते समय किसी भी प्रकार के साबुन या पावडर का इस्तेमाल न करें और हमेशा स्पंज का इस्तेमाल करें। 

4. मच्छलीघर की सजावट :-

टैंक सजाना सभी को पसंद है परन्तु कुछ गलतियों की वजह से हम असहज ही पानी को गन्दा कर देते है। 
  • टैंक में कुछ मात्रा में पत्थर डालें ये रंगीन भी हो सकते है। 
  • आप अपने टैंक में कुछ पानी वाले पौधे भी लगा सकते है। ध्यान रहे प्लास्टिक का के बने खिलोने या पौधे न डालें ये पानी को प्रदूषित करते है। 
  • लकड़ी से बने खिलोने का इस्तेमाल न करें ये भी मच्छलियों के लिए घातक हो सकते है। 
  • आप टैंक में लाइट लगा सकते है परन्तु  ज्यादा न करें क्यूंकि ज्यादा देर लाइट चालू रखने से पानी में अधिक मात्रा में काई बन जाएगी और पानी जल्दी गन्दा हो जाता है। 

5. टैंक का अन्य उपकरण :-

टैंक के पानी व् पानी के तापमान मछलियों के रहने के योग्य होना चाहिए वरना मच्छलियाँ अकस्मात मर भी सकती है इसके लिए आप कुछ उपकरणों का इस्तेमाल कर  सकते है जैसे :-
  • वाटर फ़िल्टर :- पानी को साफ़ रखने के लिए आप वाटर फ़िल्टर का इस्तेमाल कर सकते है। यह पानी में से गंदगी साफ़ करके पानी को साफ़ रखता है। 
  • एयर पंप :- इस पंप का काम पानी में हवा पहुँचाने है जिससे मच्छलियों को साँस लेने के लिए पानी में भरपूर मात्रा में हवा मिल जाती है। 
  • हीटर :- टैंक के पानी का तापमान मच्छलियों के रहने लायक होना चाहिए। हम टैंक को घर में रखते है जिस कारण पानी का तापमान स्थिर नहीं रहता है इसलिए हमेशा हीटर का इस्तेमाल करें ये अपने आप पानी का तापमान एक निश्चित स्तर पर बनाये रखता है जो की आपकी मच्छलियाों के लिए फायदेमंद रहेगा।
ज्यादा  ठंडा पानी होने के से आपकी मच्छलियाों को सफेद धब्बे हो सकते है जो मच्छलियों के लिए घातक हो सकता है। पानी का तापमान 24 से 28° सेल्सियस के बीच होना चाहिए । 


नोट:- वाटर फ़िल्टर का उपयोग ज्यादा न करें ज्यादा फ़िल्टर चलने से मच्छलियाँ परेशान हो सकती है। 

6. मच्छलियों की दवाइयां :-

टैंक का पानी साफ़ व् मच्छलियों को बिमारियों से बचाने के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध है जेसे :-

i) पानी के लिए दवाइयां :- 
  •  पानी में क्लोरीन की मात्रा कम करने के लिए Anti-Chlorine दवाई का इस्तेमाल करना चाहिये। पानी में क्लोरीन की मात्रा बढ़ने से मच्छलिया मर भी सकती है इसलिए 25 लीटर पानी में आप 5-6 बूंदें डालें। इसके इलावा टैंक का पानी बदलने से पहले नए पानी में इससे जरूर डालें और इसमें 2 दिन बाद मच्छली डालें। 
  • पानी में बदबू आना और पानी गन्दा होना एक आम बात है इस समस्या से बचने के लिए Water-Clarify दवाई को डालें। यह 25 लीटर पानी में 5-6 बूंदें डालें। 
  • पानी का PH स्तर अगर बढ़ जाये तो यह मच्छली के लिए घातक हो सकता है इसके लिए PH-Reducer दवाई का इस्तेमाल करें।


ii) मच्छलियों के लिए दवाइयां :-  
  • यदि मच्छलीयों के पंखों में किसी तरह की बीमारी लग जाये जैसे पंखों का टूटना या लाल धब्बे पड़ना तो हमे पानी में General-Aid नामक दवाई डालनी चाहिए। यह 25 लीटर पानी में 5-6 बूंदें डाले।
  • पानी बदलने पर या ठंड के समय पानी का तापमान काफी कम रहता है जिसके कारण मच्छलियों में सफेद दाग और उसका सतह पर पानी के साथ अपने आप तैरना जैसी दिक्क्त हो जाती है इसके लिए  Anti-Ich (Blue Methylene) नामक दवाई डालें। यह 25 लीटर पानी में 5-6 बूंदें डालें। 
  • मच्छलियों जब धीमी और इनकी त्वचा खराब होने लगे तो ऐसे में आप Bactonil दवाई को पानी में डालें यह पानी में पैदा हुए सभी बैक्टीरिआ को साफ कर देंगे और साथ ही साथ मच्छलियों को भी स्वस्थ करने में मदद करेगी। यह दवाई 25 लीटर पानी में 5-6 बूंदें डालें।  

iii) पौधों की देखभाल :- 

टैंक में लगे पौधों का खास ध्यान रखना चाहिए ज्यादा पौधे हो तो कुछ पौधे निकाल लें और दिन में कुछ समय लाइट सिस्टम चालू रख लें जिससे पौधे स्वस्थ रहेंगे। पौधों को अच्छा रंग देने और जल्दी बढ़ने के Water-Fertilizer का इस्तेमाल करें। 


7. मच्छलियाँ टैंक में डालना व् निकलना :-

i). जब भी आप नई मच्छली लाएं तो उसे सीधे टैंक में न डालें ऐसा करने से मछलियों को आप न चाहते हुए भी हानि पहुंचा सकते है। जब आप नई मच्छली लाते है वह पहले की परिस्थिति में ढल गयी होती है जैसे पानी का तापमान। अगर आप सीधे उसे पानी में डाल दे तो वह अलग तापमान में चली जाएगी फलस्वरूप वह बीमार या मर भी सकती है। 

इसलिए जब भी आप मच्छली लाये तो उसे उसी बंद पैकेट के साथ पानी में घण्टे तक दाल दें। इसके बाद जब पैकेट का पानी टैंक के पानी के तापमान के समान हो जाये फिर मच्छली को आराम से टैंक में दाल दें। 

ii). मच्छली टैंक को साफ़ करने से पहले सभी मच्छलियों को फिश नेट से नकलें जिससे मच्छलियों को कोई हानि न हो तथा इन्हे अलग बर्तन में साफ़ पानी में डाल दें। 


8. मच्छलियों को खिलाना :-

  • हमेशा मछलियों को अच्छा दाना डालें। बाजार में ये आसानी से मिल जाते है। 
  • इन्हें ज्यादा खाना न दें।  ज्यादा खाना कहने से मच्छली सुस्त या फिर कभी-कभी मर भी जाती है दिन में सिर्फ एक समय दाना डालें।
  • दाने को पहले 5-10 मिनटों तक किसी कटोरी में भिगों लें ऐसा करने से दाना नर्म हो जायेगा और मच्छलीयों की पेट में नहीं फसेगा।